Journal of Advances in Developmental Research

E-ISSN: 0976-4844     Impact Factor: 9.71

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मगध के अभिलेखः इतिहास और संस्कृति के पुरातात्त्विक स्रोत

Author(s) Ankita Singh
Country India
Abstract प्राचीन भारत में बिहार का ऐतिहासिक महत्व अत्यंत गहरा और व्यापक रहा है। इसे प्राचीन काल में मगध के नाम से जाना जाता था, जो उस समय के सबसे शक्तिशाली और प्रतिष्ठित राज्यों में से एक था। बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तर निकाय में 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है, और उनमें मगध सर्वाधिक शक्तिशाली राज्य के रूप में उभरा। इसका सबसे प्राचीन उल्लेख अथर्ववेद में पाया जाता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उत्तर वैदिक काल तक मगध आर्य संस्कृति और प्रभाव के दायरे से बाहर था।
संस्कृत ग्रंथों में, विशेष रूप से अभिधान चिन्तामणि के अनुसार, मगध को ’कीकट’ भी कहा गया है। यह क्षेत्र बुद्धकालीन समय में एक सशक्त राजतंत्र के रूप में उभरा, जो न केवल राजनीतिक शक्ति का केंद्र था, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण था। मगध की सीमाएँ उत्तर में गंगा नदी, दक्षिण में विन्ध्य पर्वत, पूर्व में चम्पा और पश्चिम में सोन नदी तक फैली हुई थीं। इस विस्तृत भू-भाग की राजधानी गिरिव्रज (वर्तमान राजगीर) थी, जो अपने समय का एक प्रमुख नगर था।
Keywords .
Field Arts
Published In Volume 16, Issue 1, January-June 2025
Published On 2025-01-20
Cite This मगध के अभिलेखः इतिहास और संस्कृति के पुरातात्त्विक स्रोत - Ankita Singh - IJAIDR Volume 16, Issue 1, January-June 2025.

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