Journal of Advances in Developmental Research

E-ISSN: 0976-4844     Impact Factor: 9.71

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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सुभाष चंद्र बोस एक प्रखर देशभक्त, दूरदर्शी नेता, और प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी के रूप में

Author(s) SITARAM ARYA
Country India
Abstract भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सुभाष चंद्र बोस का स्थान एक प्रखर देशभक्त, दूरदर्शी नेता, और प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी के रूप में है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता की मांग नहीं की, बल्कि एक समावेशी सामाजिक विचारधारा को भी आगे बढ़ाया, जिसका उद्देश्य भारतीय समाज के ताने-बाने में एक नई ऊर्जा का संचार करना था। बोस का दृष्टिकोण राजनीतिक अधिकारों से आगे बढ़कर विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाई समूहों के बीच सामाजिक एकता और समरसता को स्थापित करना था। उनके लिए सामाजिक न्याय केवल एक नारा नहीं था, बल्कि ऐसी नीतियों का हिस्सा था जो समान अवसर और संसाधनों के न्यायपूर्ण वितरण पर आधारित थीं, जिससे सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को समाप्त किया जा सके। उन्होंने महिलाओं की स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी का भी समर्थन किया और उन्हें नेतृत्व के अवसर प्रदान किए। यह लेख बोस की सामाजिक विचारधारा के विविध पहलुओं पर केंद्रित है, जिसमें सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण, और लोकतांत्रिक मूल्यों की उनकी दृष्टि का विश्लेषण किया गया है।
Keywords विचारधारा, नेताजी, सामाजिक सुधार, स्वतंत्रता, महिला सशक्तिकरण, समाजवाद
Field Arts
Published In Volume 16, Issue 1, January-June 2025
Published On 2025-05-28
Cite This भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सुभाष चंद्र बोस एक प्रखर देशभक्त, दूरदर्शी नेता, और प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी के रूप में - SITARAM ARYA - IJAIDR Volume 16, Issue 1, January-June 2025.

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