Journal of Advances in Developmental Research

E-ISSN: 0976-4844     Impact Factor: 9.71

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डॉ भीमराव अंबेडकर का भारतीय समाज में योगदान का ऐतिहासिक विश्लेषण

Author(s) मुकेश कुमार मीणा
Country India
Abstract महाराष्ट्र के अछूत समूहों में महार जाति प्रमुख है। महार जाति गन्दे लोगों की थी जो गांव के बाहर होती थी। जिसे ‘महारवाड़ा’ कहा जाता था। कहा जाता है कि महार लोग ही महाराष्ट्र के मूल निवासी थे। महार शब्द की उत्पति मा$अरि से मानी जाती है जिसका अर्थ है (महान शत्रु) डॉ. अम्बेडकर इसी जाति में पैदा हुये थे। अम्बेडकर जी के पूर्वजों का पुराना गांव अम्बावडे रत्नागिरी जिले के एक छोटे से शहर भण्डनगढ़ से पांच मील दूर था। उनके पूर्वज अपने गांव में धार्मिक त्यौहारों के समय देवी देवताओं की पालकियां उठाने का काम किया करते थे। सभी अछूत जातियों में महार लोग ही बडे़ हष्ट पुष्ट बहादुर, लडाकू और बुद्धिमान होते है। ईस्ट इण्डिया कम्पनी की बाम्बे आर्मी में उन्हे भर्ती किया गया।
डॉ. अम्बेडकर के दादाजी मालोजी सकपाल अवकाश प्राप्त सैनिक थे। उनकी दो संताने जीवित रही जिसमें अम्बेडकर के पिता राम जी सकपाल और दूसरी पुत्री मीरा। कहा जाता है कि रामजी सकपाल के एक चाचा सन्यासी हो गये थे। जब वो गांव की ओर आए तो घर आकर आर्शीवाद दिया कि तुम्हारे यहां एक ऐसा पुत्र पैदा हो जो तुम्हारे परिवार को ही नहीं, तुम्हारी समस्त जाति और देश को भी पवित्र कर देगा।
Keywords .
Field Arts
Published In Volume 16, Issue 1, January-June 2025
Published On 2025-05-03
Cite This डॉ भीमराव अंबेडकर का भारतीय समाज में योगदान का ऐतिहासिक विश्लेषण - मुकेश कुमार मीणा - IJAIDR Volume 16, Issue 1, January-June 2025.

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