Journal of Advances in Developmental Research

E-ISSN: 0976-4844     Impact Factor: 9.71

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मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका

Author(s) डॉ. विजय लक्ष्मी शर्मा
Country India
Abstract परिवार, जिसे प्रायः प्राथमिक सामाजिक इकाई माना जाता है, व्यक्ति के नैतिक ढाँचे को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परिवार में ही नैतिक मूल्यों, सिद्धांतों और चरित्र की नींव रखी जाती है। पारिवारिक परिवेश में स्थापित मूल्य अक्सर व्यापक सामाजिक मानदंडों और सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। ये मूल्य न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक कल्याण पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। मूल्य वे सिद्धांत और विश्वास हैं जो व्यवहार, निर्णयों और अंतःक्रियाओं का मार्गदर्शन करते हैं। ये व्यक्ति के चरित्र की आधारशिला और एक सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण खंड के रूप में कार्य करते हैं। ईमानदारी, करुणा, सम्मान और जिम्मेदारी जैसे मूल्य न केवल व्यक्ति की पहचान को आकार देते हैं, बल्कि सामाजिक सामंजस्य और प्रगति को भी बढ़ावा देते हैं। यह लेख इस बात की पड़ताल करता है कि ये तीन स्तंभ मूल्यों को स्थापित करने में कैसे योगदान करते हैं, उनके अनूठे प्रभाव को दर्शाते हैं और आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करते हैं। इस आलेख में हम मूल्यों के विकास में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
Keywords परिवार, समाज, शैक्षणिक, मूल्यों, सिद्धांतों, व्यक्तित्व, आदर्श व्यवहार, छात्रों, समाजीकरण
Published In Volume 6, Issue 2, July-December 2015
Published On 2015-07-09
Cite This मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका - डॉ. विजय लक्ष्मी शर्मा - IJAIDR Volume 6, Issue 2, July-December 2015.

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